कम्प्यूटर क्या है? परिभाषा, कार्य प्रणाली, विशेषताए एंव सीमाओं का अध्ययन

परिचय - कम्प्यूटर

कम्प्यूटर क्या है और यह केसा होता है तथा किस प्रकार से यह कार्य करता है ऐसे कुछ प्रश्न है जो हमारे दिमाग मै दोडते रहते है| इस पोस्ट मै कम्प्यूटर क्या है और वर्तमान समय मै कम्प्यूटर हमारी जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा कैसे बना जानेगें|

कम्प्यूटर का हमारे घर से लेकर स्कूल, बैंक से लेकर ऑफिस, परिवहन से लेकर हवाई यात्रा तक में रोजाना इस्तेमाल करने के साथ साथ हमारे दैनिक कामकाज को निपटाने के लिए भी कम्प्यूटर का उपयोग किया जा रहा है|

इस कारण कम्प्यूटर का उपयोग करने से पहले हमें कम्प्यूटर के बारे मै जानना जरुरी है तभी हम इसका उपयोग सही तरह से कर सकते है| इसके साथ ही प्रतियोगि परिक्षाओं में भी कम्प्यूटर से संबंधित महत्वपूर्ण सवाल आते है|

इसलिए कम्प्यूटर की सामान्य जानकारी होना हमारे लिए बहुत जरुरी है| इन सभी कारणों को ध्यान मै रखकर यह पोस्ट तैयार की गई है|

Read More - कम्प्यूटर के घटक कोन कोनसे है?

कम्प्यूटर क्या है –

कम्प्यूटर एक स्वचालित इलेक्ट्रोनिक मशीन है जो डाटा तथा निर्देशों को इनपुट के रूप मै ग्रहण करता है, दिए गए डाटा व निर्देशों का विश्लेषण करता है उसके बाद परिणामो को निश्चित प्रारूप मै आउटपुट के द्वारा देता है कंप्यूटर डाटा निर्देशों तथा परिणामो को स्टोर भी करता है जिसका आवश्यकता के अनुरूप उपयोग किया जा सके|

कम्प्यूटर शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के computare शब्द से हुई है| परन्तु कुछ का मानना है कि ‘कम्प्यूटर’ शब्द की उतपत्ति compute शब्द से हुई है इन दोनों शब्दों का अर्थ गणना करना है|

कम्प्यूटर की परिभाषा –

ऑक्सफोर्ड शब्दकोश के अनुसार “कंप्यूटर एक स्वचालित इलेक्ट्रोनिक मशीन है जो अनेक प्रकार की तर्कपूर्ण गणनाओ के लिए प्रयोग किया जाता है”|

कम्प्यूटर वह मशीन है जो डाटा स्वीकार करता है, उसका भण्डारण कर, दिए गए निर्देशों के अनुसार परिणामो को देता है|

कम्प्यूटर एक बहु-उपयोगी मशीन है जिस कारण अलग अलग लोगों और संस्थाओं ने अपने अनुभव व निजी आधार पर भिन्न-भिन्न व्याख्या की है| लेकिन इनमे से कोई भी एक कम्प्यूटर की परिपूर्ण परिभाषा नहीं है| इसके अलावा कम्प्यूटर का पूरा नाम भी काफी लोकप्रिय है –

C – Commonly
O – Operating
M – Machine
P – Particularly
U – Used in
T – Technology
E – Education and
R – Research

अर्थात इसका पूरा नाम Commonly Operating Machine Particularly Used in Technology Education and Research है हिंदी मै इसका अर्थ है – आमतौर पर ऑपरेटिंग मशीन विशेष रूप से प्रौद्योगिकी शिक्षा और अनुसंधान में उपयोग की जाती है|

कम्प्यूटर किसी एक उपकरण से मिलकर नहीं बना होता है यह अनेक प्रकार के घटकों से मिलकर बना होता है जिनका विस्तार से वर्णन आगे की पोस्ट मै होगा, लेकिन अध्ययन की दृष्टि से कंप्यूटर की कार्य प्रणाली या घटक को संक्षिप्त मै बताया है  –

कम्प्यूटर की कार्य प्रणाली

इनपुट देना  – निर्देशों को प्रोसेस करना – आउटपुट देना – स्टोरेज करना

(i) इनपुट (Input) – कम्प्यूटर मै डाटा या सूचना भेजना, इनपुट कहलाता है| कम्प्यूटर मै इनपुट का कार्य सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को डाटा और निर्देश भेजना है – इनपुट के प्रकार – कीबोर्ड, माउस, स्कैनर, माइक आदि है जिनके माध्यम से कम्प्यूटर में डाटा या सूचना को भेजा जाता है|

(ii) प्रोसेसिंग  इनपुट के जरिये कम्प्यूटर मै डाले गए निर्देश को सेन्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU) प्रोसेस करता है और दिए गए इनपुट के अनुरूप निर्देश का विश्लेषण करता है|

(iii) आउटपुट  कम्प्यूटर मै दिए गए इनपुट का विश्लेषण कर उपयोगकर्ता को संसाधित डाटा उपलब्ध कराता है| यह कार्य आउटपुट के माध्यम से किया जाता है, मोनिटर, प्रिंटर, स्पीकर, led आदि आउटपुट के उदाहरण है| साधारण तौर पर उपयोगकर्ता अथवा यूजर कम्प्यूटर से जिन माध्यम से सूचना या डाटा प्राप्त करता है उसे आउटपुट कहते है|

(iv) स्टोरेज  कम्प्यूटर मै सूचना या प्रोग्राम को स्थाई रूप से स्टोर भी कर सकते है जिससे यूजर भविष्य मै कभी भी उक्त सूचना को उपयोग मै ले सकता है|

कम्प्यूटर की विशेषताए

(1) गति   कम्प्यूटर एक सैकंड मै लाखो गणना कर सकता है| वर्तमान समय मै कम्प्यूटर नैनो सेकण्ड (10-9 सेकण्ड) मै भी गणनाए करने मै सक्षम है| किसी व्यक्ति द्वारा एक वर्ष मै किये गए कार्य को कम्प्यूटर सिमित समय मै पूरा कर देता है| कम्प्यूटर प्रोसेसर की स्पीड को हर्ट्ज़ (HZ) मै मापते है तथा कम्प्यूटर की गति को MIPS (Million Instruction Per Second) मै मापा जाता है|

(2) त्रुटी रहित कार्य –  कम्प्यूटर कठिन समस्याओ का परिणाम भी बिना किसी गलती के शीघ्र निकल देता है| अगर फिर भी कोई गलती निकलती है तो वह प्रोग्राम या डाटा मै मानवीय गलती का परिणाम होती है| कभी कभी वायरस के कारण भी त्रुटिया आने लगाती है|

(3) गोपनीयता –  कम्प्यूटर पर किये गए कार्यों को यूजर pasaword के जरिये छुपाकर रख सकता है|

(4) स्वचालित   कम्प्यूटर एक स्वचालित मशीन है जिसमे कार्य के दौरान या कार्य प्रोसेस के दौरान मानवीय हस्तक्षेप की संभावना नहीं होती है| कम्प्यूटर को एक बार कार्य आदेश दिए जाने के बाद वह बिना रुके कार्य कर सकता है|

(5) बहुउद्देशीय –  कम्प्यूटर की सहायता से एक व्यक्ति एक समय मै अनेक प्रकार के कार्य कर सकता है| वर्तमान मै नई पीढ़ी के कम्प्यूटर मै एक साथ भिन्न भिन्न प्रकार के कार्य करने की क्षमता विद्दमान है| यूजर एक साथ कम्प्यूटर पर गेम के साथ संगीत को सुन सकता है, चित्र बनाते समय इन्टरनेट पर भी कार्य कर सकता है|

(6) स्टोरेज की क्षमता   कम्प्यूटर के अन्दर मैमोरी की सहायता से यूजर प्रोग्राम तथा सूचना का ज्यादा मात्रा मै रख सकता है| कम्प्यूटर मै भण्डारण हार्ड – डिस्क, फ्लोपी डिस्क, डीवीडी, सीडी रोम, पेन ड्राइव आदि का उपयोग किया जाता है|

जिस कारण प्रोग्राम या सूचना के नष्ट होने की संभावना कम रहती है और भंडारित सूचना को कम्प्यूटर द्वारा कुछ ही सेकंड मै प्राप्त किया जा सकता है

(7) पुनरावृति –  कम्प्यूटर को आदेश देकर एक ही कार्य या एक जैसे कार्य को अनेक बार समान गुणवता व विश्वसनीयता से और जल्दी करवाया जा सकता है|

(8) कागज मै कमी   कम्प्यूटर का सही प्रयोग करके कागज मै भी कमी की जा सकती है जिससे पर्यावरण सरंक्षण मै सहायता मिलती है|

कम्प्यूटर की सीमाए

(1) बुद्धिहीन –  कम्प्यूटर के अन्दर सोचने और निर्णय लेने की क्षमता नहीं होती है| यह यूजर द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार ही निर्णय लेता है|

(2) वायरस का खतरा –  वायरस कम्प्यूटर के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा है जो सूचना, प्रोग्राम ओर निर्देशों को समाप्त करने की क्षमता रखने के साथ साथ कम्प्यूटर की स्टोरेज क्षमता को भी प्रभावित करते है| कुछ एंटीवायरस सोफ्टवेयर बने है जिनके प्रयोग से कम्प्यूटर को हानिकारक वायरस से बचाया जा सकता है|

(3) विद्युत की आवश्यकता   कम्प्यूटर अपने कार्य के लिए विद्युत (बिजली) पर पूरी तरह से निर्भर रहता है इसके बिना वह कोई भी कार्य करने मै समर्थ नहीं है|

(4) खर्च –  कम्प्यूटर के आंतरिक तथा बाहरी उपकरण के अलावा इनके सोफ्टवेयर काफी मंहगे होते है और समय समय पर इनकी मरम्मत या बदलवाना होता है| जिस कारण से आम व्यक्ति कम्प्यूटर तक पहुँच बनाने मै असफल रहता है|

निष्कर्ष -

उपरोक्त विवेचन से स्पष्ट है की कम्प्यूटर वर्तमान समय मै हमारे लिए बहुत उपयोगी है| कम्प्यूटर एक स्वचालित इलेक्ट्रोनिक मशीन है जो डाटा तथा निर्देशों का विश्लेषण कर परिणामो को आउटपुट के द्वारा हमें देती है|

कम्प्यूटर एक बहु-उपयोगी मशीन होने के कारण अलग अलग लोगों और संस्थाओं ने अपने अनुभव व निजी आधार पर इसकी व्याख्या की है| कम्प्यूटर मै अनेक विशेषता होने के साथ साथ अनेक कमियां भी है लेकिन फिर भी यह हमारे लिए बहुत ही जरुरी है|

Comments

Popular posts from this blog

न्यायशास्त्र में कानून के स्रोत से आप क्या समझते हैं? एंव इनके प्रकारों का वर्णन

कम्प्यूटर के घटक क्या है और उनके कार्य | Component Of Computer in Hindi

What is Dying Declaration – Its Applicability In Criminal Cases | CPC Notes